करवा चौथ के बाद महिलाओं के लिए एक और महत्वपूर्ण व्रत अहोई अष्टमी कहा जाता आता है. कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन अहोई व्रत रखा जाता है. यह व्रत सभी मांएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और उनकी मंगल कामना के लिए रखती हैं.
इस दिन मां को मालपुए और गुलगुले का भोग लगाया जाता है और भोग के रूप में बांटा जाता है. घरों में बच्चों के पसंदीदा पकवान बनाए जाते हैं. इस दिन आप भी अपने बच्चों के लिए पारंपरिक और स्वादिष्ट मीठा तैयार कर सकती हैं.
आटे और गुड़ के घोल से तैयार यह गोल और कुरकुला स्नैक कई जगहों में खास मौकों पर बनाया जाता है. आप इसे मीठे पकोड़े भी कहते हैं। इसे आप 10 मिनट में बनाकर सर्व कर सकती हैं।
1 कप गेहूं का आटा, 2 चम्मच दूध, 1 छोटा चम्मच सौंफ, 1/4 छोटा चम्मच इलायची का पाउडर, 4 बड़े चम्मच चीनी, चुटकी भर नमक तेल तलने के लिए.
आटे को छान एक कटोरे में डालें. उसमें इलायची का पाउडर,सौंफ, चीनी और थोड़ा-सा दूध और पानी डालकर अच्छे से मिला लें. गुलगुले बनाने के लिए बैटर बहुत ज्यादा पतला या गाढ़ा नहीं होना चाहिए. चीनी की जगह गुड़ डाला जा सकता है.
इस घोल को बनाकर 6-8 घंटे के लिए थोड़ी गर्म जगह पर ढककर रखें. खमीर बनने के बाद आटे को फिर एक बार अच्छे से मिक्स करें. खमीर, गुलगुले बनाने के लिए जरूरी होता है.
अगर आप गुलगुले बाउंसी बनाना चाहती हैं, तो उसमें चुटकी भर बेकिंग सोडा भी मिला सकती हैं. कुछ लोग इसमें मैश किया हुआ 1 केला भी डालते हैं.
एक कड़ाही में तलने के लिए तेल गर्म करें और चम्मच से गुलगुले लेकर कड़ाही में डालें. इन छोटी बॉल्स को सुनहरा होने तक अच्छी तरह से फ्राई करें.
गुलगुलों को क्रिस्पी करने के लिए उन्हें धीमी और मध्यम आंच पर रखकर तलना बेहतर होगा. लीजिए आपके स्वादिष्ट गुलगुले तैयार हैं. इन्हें पेपर टावल में निकाल लें और फिर भोग के लिए चढ़ाएं. पुए के स्वाद को बढ़ाने के लिए उसके ऊपर रबड़ी भी फैला देंगी, तो स्वाद अच्छा लगेगा
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.