जब भी मुगल साम्राज्य की प्रेम कहानियों की चर्चा होती है, तो जोधा अकबर की जोड़ी को पहले याद किया जाता है.
आज हम अकबर और उनकी सबसे पसंदीदा पत्नी जोधा बाई के बारे में बताने जा रहे है जिसकी मिसाल आज भी दी जाती है.
अकबर की कई पत्नियां थीं जो अधिकांश दूसरे धर्मों की थी. अकबर की इन्हीं पत्नियों में से एक जोधा बाई से अकबर अत्यधिक प्रेम करता था.
बता दें कि जोधा बाई को हीरा कुमारी और हरका बाई के नाम से भी जाना जाता था. इसके प्रमाण इतिहास में मिलते है.
जोधा बाई का जन्म 1 अक्टूबर, 1542 को आमेर (जयपुर) में हुआ था. इनके पिता आमेर के राजा भरमाल थे.
6 फरवरी, 1562 को 20 साल की उम्र में जोधाबाई का विवाह मुग़ल शासक अकबर से हुआ था. जोधा बाई अकबर की तीसरी पत्नी थी.
जोधा बाई ने 1569 में उन्होंने राजकुमार सलीम (सम्राट जहाँगीर) को जन्म दिया जिसके बाद उन्हें”मरियम-उज़-ज़मानी” की उपाधि से सम्मानित किया गया.
अकबर और जोधा बाई के शादी राजनैतिक कारणों के चलते हुई थी. इतिहास कार बताते है कि आमेर के राजा ने अकबर से राजनैतिक संबंध ठीक मजबूत करने के लिए अकबर के पास शादी का प्रस्ताव भेजा था.
माना जाता है अकबर ने कभी भी जोधा बाई को इस्लाम अपनाने के लिए बाध्य नहीं किया अपितु शाही महन जोधा बाई आजादी से भजन और पूजा पाठ करती थी.
अकबर की मृत्यु के 20 साल बाद वर्ष 1623 में जोधा बाई की मृत्यु हो गयी. 80 की उम्र में जोधा का स्वास्थ्य धीरे धीरे खराब होने लगा, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई