अगर आप भी इस शुभ मौके पर सोना खरीदने का सोच रहे हैं तो आप कुछ बातों का ध्यान रखना जरूर रखें. जिससे आप किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बच सकें. आइए जानते हैं आपको क्या-क्या ध्यान रख सकते हैं.
जब भी आप सोना खरीदें तो सोने की मेकिंग चार्जेस के बारे में पूरी जानकारी रखें. सोने की ज्वैलरी खरीदते समय मेकिंग चार्ज को चेक करना चाहिए क्योंकि ब्रांड और दुकानों पर मेकिंग चार्ज अलग-अलग होता है.
कई दुकानदार और ब्रांड्स अक्षय तृतीया के मौके पर ग्राहकों को लुभाने के लिए कई मेकिंग चार्ज पर 50 फीसदी तक का भारी डिस्काउंट दे देते हैं.
आपको ज्वैलरी खरीदने से पहले सोने की शुद्धता चेक कर लेनी चाहिए. इसके लिए आपको सबसे पहले यह चेक करना होगा कि आप जो ज्वैलरी खरीद रहे हैं वह शुद्ध है या नहीं.
भारतीय सरकार ने 1 अप्रैल, 2023 से छह नंबर्स वाले हॉलमार्क को सभी ज्वैलरी मार्क के लिए अनिवार्य कर दिया है. नियमों के अनुसार, कोई भी दुकानदार बिना 6 डिजिट के हॉलमार्क के सोने की ज्वैलरी नहीं बेच सकता. ये 6 डिजिट का नंबर अल्फान्यूमेरिक कोड होता है
अगर आप सोने की ज्वैलरी या फिर कोई अन्य आइटम खरीदते हैं तो आपको उस सामान का बिल जरूर लेना चाहिए. बिल में कीमत, शुद्धता, वजन से जुड़ी हुई जानकारी भी होती है.
सोना 24 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और 16 कैरेट का हो सकता है. जितना ज्यादा सोने की शुद्धता होती उसके रेट उतने ही ज्यादा होती है. बता दें कि 24 कैरेट में स्थानीय बाजार में इसे 99.9 प्रतिशत शुद्ध सोने के रूप में जाना जाता है.
गहने बनाने के लिए 22 या 18 कैरट के सोने का इस्तेमाल होता है. बता दें 22 कैरेट की कीमत 24 कैरेट से कम होती है.
आजकल सोने में बहुत अधिक मिलावट हो रही है इसलिए यह जरूरी है कि आप असली सोने की पहचान करें. सभी सोने के गहनों और सिक्कों में इसकी शुद्धता अंकित होती है. आपको हमेशा ऐसे आभूषण खरीदने चाहिए, जिन पर हॉलमार्क और शुद्धता अंकित हो.