केंद्र सरकार की तीन विपक्षी पार्टियों ने गठबंधन का फैसला किया है. लेकिन इस गठबंधन से अहम विपक्षी पार्टी कांग्रेस को दूर रखा है. अखिलेश यादव ने तृणमूल कांग्रेस के नेता ने मुलाकात की, इसके बाद ये फैसला लिया गया है.
तृणमूल कांग्रेस सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि यह कहना बेमानी है कि कांग्रेस विरोधी दलों की बिग बॉस है. सीएम ममता बनर्जी नवीन पटनायक से 23 मार्च को मुलाकात करेंगी और हम समान सोच रखने वाले दलों को लेकर आगे बढ़ेंगे.
तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव भी इसी मुहिम में जुड़ सकते हैं, जिनके अपने राज्य में बीजेपी और कांग्रेस ही मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं.
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें, पश्चिम बंगाल में 42 और ओडिशा में 21 लोकसभा सीटें हैं. हालांकि कांग्रेस और बीजेपी से दूरी बनाने वाले ये दल कैसे लोकसभा चुनाव में एक दूसरी की मदद कर पाएंगे ये बड़ी चुनौती होगी.
ममता बनर्जी ने 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी सपा के लिए प्रचार किया था. हालांकि इसका ज्यादा राजनीतिक फायदा पार्टी को नहीं मिल पाया और योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी दोबारा सत्ता में आई.