अलीगढ़-आगरा एक्सप्रेसवे निर्माण को रफ्तार मिल सकेगी. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया गया है. यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़ और हाथरस के 60 से ज्यादा गांवों से गुजरेगा.
अलीगढ़-आगरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे करीब 65 किलोमीटर लंबा होगा. यह एक्सप्रेसवे चार लेन होगा.
अलीगढ़-आगरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 32 सौ करोड़ का खर्च आएगा.
एक्सप्रेसवे के लिए पीडब्ल्यूडी, वन विभाग, उद्यान विभाग सहित चार विभागों की एक संयुक्त टीम बनाई गई है.
चार विभागों की संयुक्त टीम ज्वाइंट मेजरमेंट सर्वे का काम पूरा कर ली है. माना जा रहा है कि मार्च 2025 तक एक्सप्रेसवे बन जाएगा.
आगरा से अलीगढ़ के बीच बनने वाले इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा करीब डेढ़ साल पहले की गई थी.
यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे स्थित खंदौली टोल प्लाजा से जुड़ेगा. इसके लिए कुल 390 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा.
वहीं अलीगढ़ में 69.1623 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत होगी. इसमें कुल 321 गाटा चिन्हित किए गए हैं.
इस एक्सप्रेसवे पर एक रेलवे ब्रिज, तीन फ्लाईओवर और 55 अंडरपास बनाए जाएंगे.
जेवर एयरपोर्ट के लिए इस एक्सप्रेसवे से वैकल्पिक मार्ग खोला जाएगा. साथ ही अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर को आगरा से जोड़ा जाएगा.
अलीगढ़ से हाथरस होते हुए आगरा के खंदौली तक यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पहुंचेगा.
इसके बनने से अलीगढ़ से आगरा तक की दूरी ढ़ाई घंटे की जगह एक घंटे में पूरी होगी.
अलीगढ़ में यह एक्सप्रेसवे कोल तहसील के हाजीपुर चौहटा, दयानतपुर, रसीला, बढ़ौली फतेह खां, मनोहरपुर कायस्थ, मईनाथ, समस्तपुर कीरतइगलास से गुजरेगा.
इसके अलावा पढ़ील, बैरमगढ़ी, तोछीगढ़, कनौरा, असरोईहाथरस-सासनी तहसील-संदलपुर, नगला भीखा, अबूपुर, सिघर्र, देदामई, नहलोई, विघेपुर, जसराना, लढ़ौता, जिरोली, मोहरिया,नगला गढू, बसगोई, छोड़ा गड़उआ, हर्दपुर, गढ़ी नंदराम से जाएगा.
वहीं, हाथरस में तहसील बीछीया, मुंगसा, टुकसान, नगला मनी, बिसरांत, धतूरा खुर्द, नगला नंदराम, ककरावली, विशुनदास, केशरगढ़ी, मगंतई, दौलताबाद, रामगढ़, कोरना चमरुआ, बमनई, तिहाईया नगला कारवा, गदई, खजुरिया, लुहेटा खुर्द कलासादाबाद से गुजरेगा.
तहसील बिचपुरी, कजरोठी, मीरपुर, जगरार, अदालपुर,नौगवां, दगशाह, ताजपुर, कुम्हेरी, सरोठ, कुरसंडा, गौंचा, सिसता, नसीरपुर, कंजौली से गुजरेगा.
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