अल्मोड़ा बेहद सुंदर शहर है. यहां विदेशों से भी सैलानी आते हैं. इस शहर की खूबसूरती पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता सैलानियों को अपनी तरफ आकर्षित करती है.
इस शहर को 1563 में बसाने का श्रेय राजा कल्याण चंद्र को जाता है. 1790 में यहां गोरखाओं का शासन रहा और फिर 1815 में अंग्रेजों ने अल्मोड़ा पर शासन किया.
अगर आप गर्मियों में उत्तराखंड जाने का प्लान बना रहे हैं, तो अल्मोड़ा की कुछ जगहों को एक्सप्लोर किए बिना आपकी ट्रिप अधूरी रह सकती है.
अल्मोड़ा के जीरो प्वाइंट से आप हिमालय की बर्फ से ढ़की चोटियों का दीदार कर सकते हैं. साथ ही केदारनाथ, शिवलिंग और नंदादेवी पर्वत जैसी कई खूबसूरत जगहों को भी निहार सकते हैं.
7वीं शताब्दी में बना ये जागेश्वर मंदिर अल्मोड़ा से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है. ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. ये भगवान शिव की 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक माना जाता है.
कटारमल सूर्य मंदिर को अल्मोड़ा का दूसरा सबसे फेमस टेम्पल है. इस मंदिर का निर्माण 800 साल पहले कत्युरी राजाओं ने करवाया था. इस मंदिर के आसपास कुल 44 देवी-देवताओं के मंदिर हैं.
नेचर लवर्स के लिए अल्मोड़ा के डीयर पार्क की सैर बेस्ट हो सकती है. हिरणों के लिए मशहूर इस पार्क में आप कई हिमालयन पशु-पक्षियों का दीदार कर सकते हैं.
हिस्ट्री लवर्स के लिए गोविंद वल्लभ पतं संग्रहालय का रुख करना अच्छा ऑप्शन है. इस म्यूजियम में कई सुंदर कलाकृतियों, प्राचीन वस्तुओं और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी चीजों का दीदार कर सकते हैं.
अल्मोड़ा से 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिनसर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भी काफी मशहूर है. 1988 में बनी ये सेंचुरी मिडिल हिमालयन रेंज में है. यहां तेंदुए, जंगली बिल्लियां, हिरण, लंगूर और वुडपेकर को देख सकते हैं.
अल्मोड़ा में पर्यटकों के घूमने के लिए कई पर्यटक स्थल हैं. जिनमें चितई ग्वेल मंदिर, कसार देवी मंदिर, सिमतोला, ब्राइट एंड कार्नर, कोसी मंदिर और गणनाथ हैं.