उत्तराखंड की सातताल झील नैनीताल से 23 किमी दूर स्थित एक बहुत ही ख़ूबसूरत झील है.
सातताल तक पहुंचने के लिए भीमताल से ही मुख्य मार्ग जाता है। भीमताल से 'सातताल' की दूरी केवल 4 कि.मी. है
आजकल सातताल के लिए एक दूसरा मार्ग माहरा गांव से भी जाने लगा है, माहरा गांव से सातताल केवल 7 कि.मी. दूर है.
सातताल नौका विहार यानी वोटिंग के लिए बहुत प्रसिद्ध है, हरी-भरी पहाड़ियों से घिरे इस ताल में नौका-विहार के लिए विशेष सुविधाएं हैं.
सातताल को पर्यटन विभाग की ओर से प्रमुख सैलानी क्षेत्र घोषित किया गया है. यहां ताल के कोने पर बैठने के लिए शानदार व्यवस्था की गई है.
सातताल के आस-पास नाना प्रकार के फूल, लतायें लगायी गईं हैं. बैठने के अलावा सीढियों और सुन्दर- सुन्दर पुलों का निर्माण कर 'सातताल' को स्वर्ग जैसा ताल बनाया गया है.
सौंदर्य की दृष्टि से सर्वोपरि माने जाने वाले इस ताल के पास ही नौकुचिया देवी का मंदिर भी है. मंदिर की सैर के बाद सातताल में वोटिंग के अलग ही मजा आता है.
समुद्र तल से 1288 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सातताल दरअसल 7 छोटी-छोटी झीलों का समूह है, इसलिए इसे सातताल कहा जाता है.
सातताल- नल-दमयंती ताल, गरुड़ ताल, राम ताल, लक्ष्मण ताल, सीता ताल, पूर्ण ताल और सूखा ताल छोटी-छोटी 7 झीलों का समूह है.
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