कुंडली के कुछ खास भावों में होता है राजयोग (Kundli Define Rajyog In Life)

Padma Shree Shubham
May 20, 2024

नौवां व दसवां भाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली का नौवां व दसवां भाव को महत्वपूर्ण होता है.

राजयोग

नौवां व दसवां भाव में बैठे ग्रह शुभ हैं तो राजयोग बनता है. जातक तय अवधि से राजा के समान जीवन बिताता है.

सुखमय जीवन

भृगु वेदके अनुसार बुध और चंद्रमा की शुभ स्थिति जिस कुंडली में हो तो उस जातक के लिए राजयोग बनता है. राजनीति में सफलता और सुखमय जीवन होता है.

आसान सा तरीका

राजयोग है या नहीं यह पता लगाने के लिए एक बहुत आसान सा तरीका बताया गया है. (Know How To Calculate Rajyog in your Kundli)

जन्मतिथि

सबसे पहले जातक को अपना मूलांक निकालना होगा. मूलांक यानी जन्मतिथि या उसके समूचा जोड़. यानी जन्मतिथि 12 होने पर मूलांक 1+2 यानी 3 हो जाएगा.

भाग्यांक

इसके बाद जातक को अपना भाग्यांक निकालना होगा जोकि जन्म का वर्ष, महीना और तिथि का समूचा जोड़ होता है.

मूलांक

यानी अगर जन्मतिथि है - 06.12.1976 है तो भाग्यांक हुआ- 06+1+2+7+6 यानी 4 जो जातक का मूलांक होगा. इसमें सदी को नहीं जोड़ा जाएगा.

जीवन में राजयोग

अब जातक का मूलांक और भाग्यांक एक साथ लिख लें. अन अंकों में देखे कि एक, छह और आठ क्या एक साथ दिख रहे हैं. अगर हां तो आपके जीवन में राजयोग अवश्य बनेगा.

डिस्क्लेमर

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये जानकारी लोक मान्यताओं पर आधारित है. ऐसी सूचना और तथ्यों की सटीकता और संपूर्णता के लिए ZEEUPUK उत्तरदायी नहीं है.

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