अर्जुन के बारे में आपने खूब सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह महाभारत के युद्ध में 12 बार पराजित हुए थे. 8 बार उनकी जान श्रीकृष्ण ने बचाई थी.
कर्ण ने अर्जुन को महाभारत के युद्ध में 17वें दिन चार बार हराया था. लेकिन श्रीकृष्ण की मदद से कर्ण के रथ का पहिया धंस गया, जिसके बाद अर्जुन ने कर्ण का वध कर दिया.
अर्जुन और उसकी सेना को अश्वत्थामा ने नारायण अस्त्र से लोहे के चने चबबा दिए थे.
महाभारत युद्ध में अर्जुन भागदत को पराजित नहीं कर पाए. सात दिन तक युद्ध चला, लेकिन परिणाम नहीं निकला तो इन्द्र को सुलह करानी पड़ी.
अतिच्युत ने तपस्या कर दिव्य गदा पाई, जिसके प्रयोग पर योद्धा का वध निश्चित था उसने अर्जुन को मारने के लिए गदा प्रयोग की, लेकिन कृष्ण ने प्रहार खुद पर ले लिया, इसके बाद अर्जुन ने दिव्यास्त्र से अतिच्युत को मार दिया.
सुशर्मा ने सेना की मदद से अर्जुन को युद्ध के 13वें दिन बंदी बना लिया था. इस बार भी कृष्ण ने अपनी शक्ति से अर्जुन को छुड़ा लिया.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.