रुद्राक्ष का सनातन धर्म में बहुत विशेष महत्व होता है.
ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष का धारण करने वाले व्यक्ति का कभी अकाल मृत्यु नहीं होता है.
रुद्राक्ष पहनने वालों को कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है.
रुद्राक्ष को हर दिन धारण नहीं किया जाता है. इसे धारण करने के लिए पूर्णिमा, अमावस्या या फिर सोमवार को पहनना श्रेष्ठ माना जाता है.
रुद्राक्ष हमेशा से 1, 27, 54 और 108 की संख्या में ही धारण करनी चाहिए.
याद रहे कि कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति का रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए.
रुद्राक्ष को धारण करने के बाद कुछ जगहों पर जाने की मनाही होती है.
रुद्राक्ष धारण करके व्यक्ति को मुक्तिधाम, मदिरालय, सोबर जैसे जगहों पर जाने की मनाही होती है. ऐसा करने से रुद्राक्ष निसतेज हो जाता है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी पुष्टि नहीं करता है.