अयोध्या दर्शन की शुरुआत सरयू नदी के किनारे स्नान करने से शुरू होती है. अयोध्या को भगवान श्री राम का जन्म स्थान माना गया है,जो सरयू नदी के तट पर बसा हुआ है.
अयोध्या मंदिर और घाटों की प्रसिद्ध नगरी के रूप में भी जाना जाता है. यहां के प्रसिद्ध सरयू नदी के किनारे 14 प्रमुख घाट हैं. जिसमें से नया घाट,गुप्त द्वार घाट, कैकयी घाट, कौशल्या घाट, पापमोचन घाट, लक्ष्मण घाट आदि प्रमुख हैं.
सरयू नदी के तट पर स्थित गुप्तार घाट अयोध्या शहर में मौजूद एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है. ऐसा माना जाता है कि यह वहीं स्थल है जहां भगवान राम ने बैकुंठ जाने के लिए जल समाधि ली थी.
यहां कई हिन्दू मंदिर स्थापित हैं. यहां हर रोज शाम को आरती होती है. यह स्थल अयोध्या के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है.
राम घाट जिसे स्वर्गद्वार भी कहा जाता है जिसका अर्थ है स्वर्ग का प्रवेश द्वार. स्वर्ग द्वार या राम घाट एक महत्वपूर्ण स्नान घाट है. जो जन्मभूमि से आधा किलोमीटर उत्तर में स्थित है.
लक्ष्मण घाट सरयू नदी के तट पर है. कहा जाता है कि यहीं पर भगवान राम के भाई लक्ष्मण ने स्वेच्छा से अपना जीवन त्याग दिया था.
आज के समय में राम की पैड़ी पिकनीक स्पॉट बन गई है. यहां पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का पूरे दिन तांता लगा रहता है.
राम की पैड़ी पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का कैंद्र बन चुकी है. आप जब भी अयोध्या के घाटों पर घूमे तो एक बार राम की पैड़ी पर जरूर जाए.
सरयू तट पर स्थित प्राचीन घाटों में से एक है पाप मोचन घाट. पाप मोचन घाट की अपनी ही एक अलग पहचान है.