'आज घर से नहीं निकलना, गोलियां चलेंगी लाशें गिरेंगी' वाले पंडित हरिशंकर शुक्ला की पूरी कहानी
हरिशंकर तिवारी के बारे में कहा जाता है कि इन्होंने अपने साथ और भी कई अपराधियों को जन्म दिया. श्री प्रकाश शुक्ला इसमें बड़ा नाम
दशकों तक पूर्वांचल के सबसे बड़े नेता रहे. पूर्वांचल के पहले माफिया नेता रहे हरिशंकर तिवारी.
जेपी आंदोलन के वक्त गोरखपुर विश्वविद्यालय में बने छात्र नेता
1985 मे पहली बार लड़ा चुनाव, जेल में बंद होने के बावजूद जीता चुनाव
विधायक से पहले थे रॉबिनहुड. ठाकुर ब्राहम्ण राजनीति के लिए जाने गए
लोगों की आर्थिक मदद करना. परेशानियों को सुनना. अधिकारियों को हड़कना
चिल्लूपार सीट से लड़ते थे चुनाव. हर दल के साथ थे करीबी रिश्ते. भाजपा, सपा और बसपा सरकार में रहे मंत्री
2007 में नीचे आया राजनीकित ग्राफ. 2012 में पहली बार हारे चुनाव. 2017 में बेटे को भी जीत दिलावाई और खुद भी जीते.
पुत्र भीष्म शंकर तिवारी 2009 में कबीर नगर से बसपा से सांसद. पुत्र विनय शंकर तिवारी 2018 से 2022 कर पिता की सीट से विधायक. भतीजा शंकर पांडे महाराजगंज से विधायक.