काशी में आएं और कचौड़ी जलेबी नहीं चखा, मतलब की बनारसीपन के एक खास हिस्से को जानने का मौका छोड़ दिया.
काशी में कचौड़ी जलेबी का अपना एक अलग ही स्वाद है, जो भी काशी में कचौड़ी जलेबी को एक बार चख लेता है, तो वो इसके स्वाद का मुरीद हो जाता है.
कड़ाही में पकती कचौड़ी का भूरा रंग देख खाने वालों से अपने मुंह से टपकती हुई लार नहीं संभलती. हर कोई जल्दी से यहाँ की फेमस कचौड़ी का स्वाद लेना चाहता है.
बनारस की जलेबी का नाम सुनते ही मुंह में उसका स्वाद आ जाता है. बनारसी हलवाई के हाथ की जलेबी का नाम हर कही मशहूर है.
बनारस की कचौड़ी और जलेबी खाने के लिए सुबह अंधेरे से ही लंबी लाइन लगनी शुरू हो जाती है. लोग जलेबी के साथ कचौड़ी का आनंद लेने यहां आते हैं.
कचौड़ी के साथ आलू-चने, कद्दू की सब्जी के अलावा ग्रेवी वाली मिक्स सब्जी मिलती है. फास्ट फूड के दौर में भी यह व्यंजन मजबूती से अपनी पकड़ बनाए हुए है.
चौक की कचौड़ी गली अपने नाम के साथ स्वाद भी परोसती है. लोगों का यहां का स्वाद काफी भाता है. यहां बहुत सी कचौड़ीकी दुकाने हैं.
यहां पर दो प्रकार की कचौड़ी मिलती है. एक तो गोल कचौरी, ये मैदे से बनती है और इसमें मसालेदार आलू भरा होता है. दूसरी जो आटे से उड़द की भरावन के साथ पूरी की तरह बनती है.