काश वो रास्ते में मिल जाये कहीं मुझे मुंह फेर के गुजरना है.
तेरा जैसा कोई मिला ही नहीं कैसे मिलता कही पे था ही नहीं!
अचानक आ गया वो सामने अचानक दुनिया गायब हो गई.
मैंने गिनती सिखाई जिसको वो पहाड़ा पढ़ा रहा है मुझे
पूछ लेते वो बस मिज़ाज मेरा कितना आसान था इलाज मेरा
मैंने उस की तरफ़ से ख़त लिखा और अपने पते पर भेज दिया
खून पिलाकर जो शेर पाला था उसने सर्कस में नौकरी कर ली.