आयुर्वेद में काली हल्दी को जहर निरोधक माना गया है. यह घाव या जख्म को तुरंत ठीक कर देती है.
कोई जहरीला जीव यदि डंक मारता है तो उस जगह पर काली हल्दी के लेप को लगाने से जहर का असर कम होता है.
काली हल्दी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल होती है जो स्किन संबंधी सभी तरह की बीमारियों से छुटकारा दिलाता है.
काली हल्दी का . सिर दर्द और माइग्रेन जड़ से खत्म हो जाएगा. यहां तक की थकान हो तो काली हल्दी का उबटन लगाने से नई ताजगी आ जाती है.
काली हल्दी एक बेहतरीन इम्यूनिटी बूस्टर है. इसे आप जूस के साथ मिलाकर पी सकते हैं.
शहद के साथ काली हल्दी को मिला देने से इसके पोषक तत्व और बढ़ जाते हैं. आप चाहें तो इसे गन्ने के जूस के साथ भी ले सकते हैं.
संस्कृत में इसे हरिदारा कहा जाता है. अपने बेजोड़ औषधीय गुणों के के कारण इन दिनों काली हल्दी की लोकप्रियता बढ़ने लगी है.