यूपी में है खूबसूरत मिनी कश्मीर, सात सरोवरों में दिखता है स्वर्ग सा नजारा

Pradeep Kumar Raghav
Sep 18, 2024

बुंदेलखंड का मिनी कश्मीर

चरखारी को सप्त सरोवरों और सुंदरता के कारण बुंदेलखंड का मिनी कश्मीर कहा जाता है.

चंदेलकालीन राजाओं की देन

चरखारी के सप्त सरोवरों का निर्माण चंदेलकालीन राजाओं ने करवाया था. ये सरोवर जल संरक्षण का अद्भुत नमूना हैं.

आपस में जुड़े सात सरोबर

ये सातों सरोवर एक-दूसरे से आपस में जुड़े हुए हैं इनका अद्भुत संगम बरबस ही सैलानियों को अपनी ओर आकर्षिक करता है.

तालाबों में सालभर रहता है पानी

खास बात यह है कि इन सरोवरो में सालभर बारिश का पानी जमा रहता है और इनकी अनूठी वास्तुकला सैलानियों को खूब आकर्षित करती है.

चरखारी मिनी वृंदावन भी

एक तरफ चरखारी के सप्त सरोवर जहां इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं तो दूसरी यहां बने 108 मंदिरों के चलते इसे मिनी वृंदावन भी कहा जाता है.

राजाओं के मेहमान ठहरते थे

चरखारी के इन तालाबों का निर्माण राजाओं के महल और कोठियों के पास कराया गया जहां उनके मेहमान ठहरते थे.

राजा जयसिंह ने खुदवाया तालाब

यहां पानी कोठी तालाब से होकर राजा जयसिंह द्वारा खुदवाए एक तालाब में पहुंचता है इसलिए इसे जयसागर कहते हैं.

मलखान सागर सरोवर

जयसागर सरोवर का पानी मलखान सागर में पहुंचता है जो राजा मलखान सिंह जूदेव के नाम पर है. सर की उपाधि पाने वाले महाराज मलखान सिंह ने ही चरखारी मेला प्रारंभ कराया था.

श्रृंखला का अंतिम तालाब

रतन सागर राजा रतन सिंह ने खुदवाया था, जो इस सात सरोवरों की श्रृंखला का अंतिम तालाब है.

Disclaimer

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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