हर मां-बाप अपने बच्चे को बड़े ही लाड -प्यार से पालते हैं. उनकी सभी इच्छाएं पूरी करने की कोशिश करते हैं.
मां-बाप के लाड प्यार में बच्चे कभी कभी कुछ न कुछ गलत काम कर देते हैं, जो परिजनों को बुरा लगता है.
बचपन में बच्चे कम जानकारी के कारण गलती कर बैठते हैं, इस पर मां-बाप को गुस्सा आता है और वो कई बार खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाते.
नादानी में बच्चे द्वारा की गई गलती के कारण मां-बाप बच्चे को कई बार भला बुरा कह देते हैं, जो उनके दिल और दिमाग पर काफी असर डालता है.
मां-बाप द्वारा अच्छी-बुरी बाते उन्हें कई दिनों तक याद रहती है और वो बातें उनके जीवन पर प्रभाव डालती हैं.
गुस्से में अपने बच्चे को न कहें कि "काश तुम कभी पैदा ही न हुए होते" यह बात उनकों ख़ासा परेशान कर सकती है
कभी अपने बच्चे को न कहें कि "तुम मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती हो". ये बात आपके बच्चे के जीवन पर नेगेटिव असर डाल सकती है
क्रोध में मां-बाप बच्चे को कई बार कह देते हैं कि "अपना चेहरा फिर कभी मत दिखाना" यह बात आपके बच्चे की मेंटल ग्रोथ पर बुरा असर डाल सकती है.
गलती करने पर परिजन बच्चे को कई बार कह देते हैं कि “तुम मेरे लिए मर गए हो”, यह एक बार कही गई बात आपको अपने बच्चे से दूर कर सकती है.
“तुमसे अच्छे, तो तुम्हारे भाई बहन हैं” यह बात आपके बच्चे के मनोबल को नष्ट कर देती है.