किस क्रूर शासक ने मुगल बादशाह को तोहफे में भेजा था उसके बेटे का सिर

Amitesh Pandey
Jun 09, 2024

कौन थे दारा शिकोह

दारा शिकोह मुगल शासक शाहजहां के सबसे बड़े बेटे थे. ऐसे में पिता शाहजहां की मौत के बाद उनका उत्‍तराधिकारी वही थे. शाहजहां ने इसकी घोषणा भी कर दी थी.

शाहजहां बीमार पड़े

हालांकि, दारा शिकोह के भाईयों को ये स्वीकार नहीं था. शाहजहां जैसे ही बीमार पड़े, उनके बेटों में सत्ता को लेकर संघर्ष शुरू हो गया.

पिता को बंदी बनाया

शाहजहां के छोटे बेटे औरंगजेब ने पहले पिता को बंदी बनाया. इसके बाद बड़े भाई दारा शिकोह की हत्या करवा दी थी.

तोहफे में सिर भिजवाया

अवीक चंदा की किताब 'दारा शिकोह, द मैन हू वुड बी किंग' के मुताबिक, औरंगजेब ने दारा शिकोह के कटे हुए सिर को शाहजहां के पास तोहफे के तौर पर भिजवाया था.

दिल्‍ली में दफन

कहा जाता है कि दारा शिकोह के धड़ को दिल्ली में ही हुमायूं के मकबरे में दफना दिया गया.

दिल्‍ली लाया गया

शाहजहां नामा के मुताबिक, जब दारा शिकोह को बंदी बनाकर दिल्ली लाया गया, तब उनके शरीर पर मैले कुचैले कपड़े थे.

खिजराबाद पहुंचाया

इसके बाद यहां से उन्हें बहुत ही बुरी हालत में बागी की तरह हाथी पर सवार करके खिजराबाद पहुंचाया गया.

दो हिस्‍सों में शरीर को बांटा

औरंगजेब ने उनके शरीर को दो हिस्सों में बांटने का आदेश दे दिया था. इसके बाद जल्लाद ने उनके सिर को शरीर से अलग कर दिया.

पिता के सामने पेश किया

पहले दारा शिकोह के सिर को औरंगजेब के सामने पेश किया गया. उसके बाद औरंगजेब ने दारा शिकोह के सिर को पिता शाहजहां के सामने पेश किया था.

हिन्‍दू धर्म में भी रुचि

दारा शिकोह इस्लाम के साथ हिंदू धर्म में भी रुचि रखते थे. वो सभी धर्मों को समानता की नजर से देखते थे.

उपनिषदों का फारसी में अनुवाद

उन्होंने बनारस के पंडितों को बुलाकर हिन्दू धर्म के उपनिषदों का फारसी भाषा में अनुवाद करवाया था.

डिस्क्लेमर

यह कहानी किताबों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं क

VIEW ALL

Read Next Story