आचार्य चाणक्य विद्वान होने के साथ ही महान शिक्षक भी थे, उनके द्वारा बताई गई नीतियों को अपनाकर जीवन में सफलता पाई जा सकती है.
आचार्य चाणक्य ने जीवन से जुड़ी चीजों के बारे में जानकारी दी गई है. इनको अपनाने से जीवन सुखी समृद्ध बन सकता है.
चाणक्य नीति में चाणक्य ने कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताया है, जहां पर एक रात भी रुकना समस्याओं को न्योता देने के बराबर होता है.
आइए जानते हैं कि ऐसी 5 जगह कौन सी हैं जहां भूलकर भी कभी रात नहीं बितानी चाहिए. ऐसी जगह पर रुकने से परेशानियां आ सकती हैं.
धनिक:श्रोत्रियो राजा नदी वैद्यस्तु पंचम:...पंच यत्र न विद्यन्ते तत्र दिवसं न वसेत्.
इस श्लोक का अर्थ है ऐसी जगह जहां कोई धनी, विद्वान, राजा, चिकित्सक या नदी न बहती हो, ऐसे स्थान पर व्यक्ति को कभी भी रात नहीं बितानी चाहिए.
चाणक्य के अनुसार जिस जगह पर हमेशा धन की समस्या बनी रहती हो, वहां पर कभी भी समस्या आ सकती है, इसलिए किसी भी व्यक्ति को ऐसी जगह पर रात नहीं बितानी चाहिए.
जिस जगह पर कोई भी विद्वान व्यक्ति निवास नहीं करता हो वो किसी भी मनुष्य के लिए उपयुक्त जगह नहीं होती. ऐसी जगह पर कभी भी निवास नहीं करना चाहिए.
बीमारी के आने का कोई भी वक्त नहीं होता, अगर आपके रुकने वाली जगह पर कोई भी चिकित्सक नहीं हो तो आपको वहां कभी भी नहीं रुकना चाहिए. ऐसी जगह पर रुकना मौत को आमंत्रण देने के समान है.
जल की मनुष्य के जीवन का आधार है, जिस जगह पर जल का स्त्रोत नहीं हो व्यक्ति को ऐसी जगह पर कभी भूलकर भी नहीं रुकना चाहिए. ( डिस्क्लेमर - यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)