चींटियों से अक्सर हम सबको दो चार होना पड़ता है. खाने- पीने की चीजों से लेकर घर के कोनों में चींटियों की कतार दिखाई देती है.
हमारी दुनिया में पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए भगवान ने सभी जीवों को एक अहम जिम्मेदारी दे रखी है. इन्हीं जीवों में से एक है चींटी.
अक्सर आपने देखा होगा कि चीटियां हमेशा एक लाइन में ही चलती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है?
आपको जानकर हैरानी होगी कि चींटियों की आंखें होती हैं, लेकिन वो सिर्फ दिखावे के लिए होती हैं.चींटियों के कान भी नहीं होते.
खाने की तलाश में जब ये चींटियां बाहर निकलती हैं तो उनकी रानी रास्ते में फेरोमोन्स नाम का एक रसायन छोड़ते हुए जाती है.
जिसकी गंध को सूंघते हुए बाकी चींटियां भी उसके पीछे-पीछे चलती जाती हैं. जिससे एक लाइन बन जाती है. यही वजह है कि चींटियां एक लाइन में चलती हैं.
चींटियां हमेशा कॉलोनी बनाकर रहती हैं. इसमे रानी चींटी, नर चींटी और बहुत सारी मादा चीटियां होती हैं.
नर चींटियों के पंख होते हैं, जबकि मादा चींटियों के पंख नहीं होते हैं.