एक दूसरे के बारे में अधिक से अधिक जानना इंसानी फितरत होती है, लेकिन बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के बारे में बात न करें तो अच्छा रहेगा.
आपकी जिंदगी में नये रिश्तेदार शामिल होते हैं. कुछ दिन की मुलाकात के बाद उनके बारे में किसी तरह की धारणा न बनाएं.
एक दूसरे के दोस्तों की बुराई नहीं करनी चाहिए.
एक दूसरे के साथ अकड़ दिखाने के बजाय जितनी उदारता और विनम्रता से पेश आएंगे आप उतना ही सम्मान अधिक कायम कर लेंगे.
विवाह एक संस्कार है. इस दौरान शुभ कार्य के लिए एक दूसरे को दोनों पक्ष कई शुभ सगुन और उपहार देते हैं. उसका सम्मान करें न कि तुलना.
शादी में जैसी भी व्यवस्थाएं रहीं उन पर तुलना और कमी निकालने से रिश्तों में खटास ही आती है.
अक्सर लोग बहुत जल्दी किसी के बारे में धारणा बना लेते हैं. यह ठीक नहीं.
अक्सर लोग सिर्फ अपनी-अपनी ख्वाहिश बताने और उसे पूरा होते देखना चाहते हैं. उसके बजाय दूसरे की सुनें.