आज देशभर में विजयदशमी/दशहरे की धूम है.
दशहरे वाले दिन पान खाया जाता है. आइये इसके पीछे का कारण और महत्व जानते हैं.
दरअसल, पान को जीत का प्रतीक माना गया है. माना जाता है दशहरे के दिन पान खाकर लोग असत्य पर हुई सत्य की जीत की खुशी मनाते हैं.
पान के बीड़े को रावण दहन से पूर्व हनुमान जी को चढ़ाते हैं, ताकि उनका आशीर्वाद मिल सके.
धर्म-शास्त्र के जानकारों के मुताबिक, पान का पत्ता मान और सम्मान का प्रतीक है. यही वजह है कि हर शुभ कार्य में इसका उपयोग होता है.
इसके अलावा यह भी मान्यता है कि शारदीय नवरात्रि के समय मौसम बदलता है और संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में यह परम्परा लोगों की बीमारियों से रक्षा करती है.
नौ दिन के उपवास के बाद लोग अन्न ग्रहण करते हैं, जिसका पाचन क्रिया पर प्रभाव पड़ता है. पान का पत्ता पाचन प्रक्रिया को सामान्य बनाने में मदद करता है.
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