आगरा का किनारी बाजार शहर का सबसे फेमस व शानदार बाजार है जहां पर खासतौर पर गहनों की शॉपिंग की जा सकती है.
मुगलिया दौर से चल रहे इस बाजार में त्योहारों के समय पैर रखने तक की जगह नहीं होती है.
आगरा के फेमस किनारी बाजार में गहनों की शॉपिंग तो कर ही सकते हैं साथ ही कई अन्य सामान भी इस बाजार से खरीद सकते हैं.
मुगलिया दौर से यह किनारी बाजार चल रहा है जोकि आगरा किला के सामने ही है. तब के दौर से ही सराफा कारोबार के तौर किनारी बाजार, जौहरी बाजार चलाए जा रहे हैं.
सर्राफा बाजार का फैलाव रावतपाड़ा के मोड़ से जौहरी बाजार हो या किनारी बाजार, नमक की मंडी हो या सेब का बाजार, चौबेजी का फाटक व फव्वारा तक फैला है.
किनारी बाजार में थोक, रिटेल, बुलियन और आभूषणों की 3500 से भी ज्यादा दुकानें हैं, चांदी और सोने के गहने की चमक सालों साल से बरकरार हैं.
मुगल बादशाह जहांगीर के दौर में शुरू हुए गहनों के इस बाजार में त्योहारों के समय तो बड़ी रौनक होती है. देशभर में यहां के गहने प्रसिद्ध हैं.
इस किनारी बाजार में आज भी खासकर गहनों का काम होता है लेकिन समय के साथ यहां पर काम में बदलाव देखने को भी मिला है.
बाजार में पीढ़ियों से ग्राहक जुड़े हुए हैं. बताया जाता है कि यहां पर धनतेरस से दिवाली तक करीब करीब 100 करोड़ तक का कारोबार होने का अनुमान लगाया जाता है.