माल्टा में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को नेचुरल तरीके से बूस्ट करने का काम करता है.
साथ ही कुछ शोध में यह भी पाया गया है कि अधिक खट्टे फल खाना वजन घटाने के लिए फायदेमंद होते हैं. ऐसे में यदि आप वेट लॉस करना चाहते हैं, जो माल्टा एक फायदेमंद फल साबित हो सकता है.
500 एमएल माल्टा के जूस से LDL समेत टोटल कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है.
माल्टा ऑरेंज में कैफीक एसिड, फेरुलिक एसिड और एंथोसायनिन और क्राइसेंथेमिन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो कैंसर से बचाव में मददगार साबित होते हैं.
इसके अलावा साइट्रस फ्लेवोनोइड्स ग्लूकोज और इंसुलिन को भी कंट्रोल करने का काम करता है. ऐसे में डायबिटीज मरीजों के लिए माल्टा का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है.
खट्टे फलों में फ्लेवोनॉयड्स नामक यौगिक पाया जाता है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इनमें एंटी-डायबिटिक गुण भी होते हैं.
इसे माल्टा ऑरेंज, ब्लड ऑरेंज के नाम से भी जाना जाता है. इसमें मौजूद विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम, मैंगनीज, एंथोसायनिन, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, फाइबर जैसे पोषक तत्वों के कारण इसे पहाड़ी फलों का राजा भी कहा जाता है.
यह आकार में छोटे होते हैं, लेकिन हृदय रोगों के जोखिम को कम करने जैसे बड़े कामों को करने की क्षमता रखता है.
एंटीऑक्सीडेंट के कारण माल्टा गहरे लाल रंग का दिखता है, और खाने में थोड़ा कम खट्टा होता है.