आप चाहें तो केला, सेब,अमरूद के अलावा अपनी पसंद का कोई भी फल डालें.
फलों वाली चाय के लिए पानी में चायपत्ती समेत दूध सबकुछ वैसे ही डाला जाता है, बस इसमें अलग से फलों को काटकर उबाल देते हैं.
फ्रूट चाय का टेस्ट थोड़ा हटकर होता है, इसलिए यह आपके मूड और टेस्ट पर निर्भर करता है कितनी पसंद आती है.
अभी देश में फ्रूट सलाद तो लोकप्रिय है, लेकिन फलों की चाय ज्यादा लोकप्रिय नहीं है.
चीन में जरूर कुछ हिस्से में फलों की चाय लोकप्रिय है, लेकिन उसमें फल काटकर टुकड़ों में डाले जाते हैं.
ताइवान में लोगों द्वारा पसंद की जाने वाली बबल टी भी कुछ-कुछ फलों वाली चाय की तरह होती है.
भारत में सामान्य चाय, काली चाय, ग्रीन टी, हर्बल टी के अलावा चाय के कई रूप लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं.