बता दें कि नाथूराम गोडसे के पहले प्रेरणास्रोत गांधीजी ही थे.
गोडसे का जन्म 19 मई साल 1910 को महाराष्ट्र के पुणे के पास ही स्थित बारामती में हुआ था.
नाथूराम गोडसे ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए कट्टर हिन्दू समर्थक था.
बताया जाता है कि पहली बार गांधी के सत्याग्रह आंदोलन की वजह से गोडसे को जेल जाना पड़ा था.
जेल जाने की वजह से ही गोडसे के मन में गांधी जी के लिए नफरत के भाव उभर आए.
इसके बाद साल 1937 में वीर सावरकर को गोडसे ने अपना गुरु माना.
कहा जाता है कि देश के बंटवारे से गोडसे व्यथित था. इसकी वजह से उसके मन में गांधी के लिए नफरत और बढ़ गई.
इसके बाद दिल्ली के बिड़ला भवन में गोडसे गांधी जी के पैर छूने के बहाने छुका और उनके सीने में गोलियां दाग दीं.
वहां मौजूद पुलिस ने फौरन गोडसे को गिरफ्तार कर लिया था.