आमतौर पर हम सभी ने जो कोर्ट में मूर्ति फिल्मों और नाटकों के द्वारा देखी है. उसे न्याय की देवी कहते हैं.
दरअसल, वह यूनान देश की देवी है. जिनका नाम जस्टिया है. इन्हीं के नाम से बाद में 'जस्टिस' शब्द बना था.
इनकी आंख पर हमेशा एक पट्टी होती है. इसके पीछे कारण निष्पक्ष न्याय देना था.
भारत में सबसे पहले इसे 17वीं एक अंग्रेजी न्यायालय अधिकारी लेकर आए थे.
लेकिन 16 अक्टूबर 2024 से भारत ने न्याय की देवी की प्रतिमा को बदल लिया है.
भारत की नई न्याय की देवी की प्रतिमा के अब से आंखों पर पट्टी नहीं होगी.
वहीं जस्टिया की प्रतिमा में तलवार की जगह भारत की न्याय की देवी के हाथों में संविधान है.
भारत के सीजेआई के अनुसार पट्टी हटाने के पीछे कारण यह है कि कानून कभी अंधा नहीं होता है.
बल्कि उनके हाथ में तराजू का होना ही अपने आप में एक न्याय का प्रतीक है.