आने वाले समय में गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक की दूरी कम हो जाएगी. नेपाल जाने वाले लोगों को भी इसका फायदा होगा. इसके लिए एक नया एक्सप्रेस वे तैयार हो रहा है.
ऐसा ही एक एक्सप्रेसवे है, गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे. आने वाले समय में बिहार के चोरों से एक्सप्रेसवे ही एक्सप्रेसवे निकलने वाले हैं. कुछ यूपी से शुरू होकर पश्चिम बंगाल तक जाएंगे.
आइए जानते हैं गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे कहां तक जाएगा और इस पर कितनी लागत आएगी.
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे यूपी में गोरखपुर रिंग रोड (एनएच-27) से शुरू होगा और राज्य में लगभग 84.3 किलोमीटर की दूरी तय करेगा.
इसके बाद, यह बिहार के गोपालगंज में प्रवेश करेगा और अंत में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी में खत्म होगा. एक्सप्रेसवे बिहार और बंगाल में लगभग 416.2 किमी और 18.97 किमी की दूरी तय करेगा.
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, गोपालगंज, मोतिहारी, मधुबनी, सुपौल, फारबिसगंज, सीतामढ़ी, दरभंगा, अररिया, किशनगंज, इस्लामपुर, बागडोगरा और सिलीगुड़ी से गुजरेगा.
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से नेपाल जाना आसान हो जाएगा. यह यात्रा के समय और दूरी दोनों को 14-15 घंटे से घटाकर केवल 8-9 घंटे कर देगा.
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को 32,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा और इसे 2025 तक पूरा किया जाएगा.
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को असम की राजधानी और पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी तक बढ़ाया जाएगा
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से आर्थिक विकास,रियल एस्टेट के अलावा रोजगार के कई अवसर पैदा होने की उम्मी
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे 519 किलोमीटर लंबा यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है. वर्तमान में, यह एक चार लेन वाला एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे है जिसे भविष्य में छह लेन वाले एक्सप्रेसवे में विस्तारित किया जा सकता है.
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे न केवल गोरखपुर से पूर्वोत्तर भारत, बल्कि अन्य एक्सप्रेसवे के जरिए पूर्वोत्तर क्षेत्र और नेपाल के पूर्वी हिस्से को सीधे भारत के बाकी हिस्सों से भी जोड़ेगा.
स्पष्ट कर दें कि यह AI द्वारा निर्मित महज काल्पनिक फोटो हैं, जिनको बॉट ने कमांड के आधार पर तैयार किया है.