यूपी की इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी 2017 की रियायतों के चलते 30 बड़े निवेशकों ने ग्रेटर नोएडा आईटी सेक्टर में 20 हजार करोड़ का निवेश प्रस्ताव दिया है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस क्षेत्र को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग जोन घोषित किया गया है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक नई आईटी स्कीम लॉन्च की है, चार भूखंडों की कुल कीमत करीब 233 करोड़ रुपए है. जिसके तहत शहर में 8000 करोड़ रुपए का निवेश आएगा और 5000 रोजगार के अवसर मिलेंगे.
आईटी कंपनियों की मांग को देखते हुए इस स्कीम को लॉन्च किया गया था. इसके तहत आईटी विभाग ने चार भूखंडों की योजना लॉन्च की.
दो भूखंड टेकजोन में और दो भूखंड नॉलेज पार्क 5 में स्थित हैं. टेकजोन के दोनों भूखंड 48567-48567 वर्ग मीटर के हैं. नॉलेज पार्क 5 के भूखंड 8080-8080 वर्ग मीटर के हैं.
ये गुड़गांव, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे जैसे टेक शहरों को कड़ी टक्कर देगा. HCL, टेक महिंद्रा, Microsoft समेत कई IT दिग्गज पहले ही यहां अपनी दुकान स्थापित कर चुके हैं.
Microsoft का भारत विकास केंद्र, जो 1.5 लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है, एक विशाल 6.45 लाख वर्ग फीट डेटा सेंटर परियोजना के लिए तैयार हो रहा है.
डेटा सेंटर में अनुमानित 1,800 करोड़ रुपये का निवेश और 3,000 नौकरियों का सृजन होगा. वहीं योट्टा भी 3,00,000 वर्ग फीट में फैला एक विशाल डेटा सेंटर स्थापित कर रही है.
सैमसंग, डिक्सन, एलजी, ओप्पो, वीवो, लावा और ऑप्टिमस जैसे मोबाइल और घरेलू उपकरण निर्माता इस क्षेत्र में शुरुआती निवेशकों में से थे और सक्रिय रूप से विस्तार कर रहे हैं.
यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-29 में बनने वाले अपैरल पार्क में 40 फैक्ट्रियों के निर्माण का काम शुरू हो गया है. इसमें रेडिमेड गारर्मेंट्स से जुड़ी फैक्ट्रियां लगेंगी.
ग्रेटर नोएडा में योट्टा डी1 डेटा सेंटर देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर है. ये 3 लाख वर्ग फ़ुट के क्षेत्र में बना है. ये उत्तर भारत का पहला हाइपरस्केल डेटा सेंटर है. इसकी क्षमता 250 मेगावाट है.7 मंजिला सेंटर में में 60 लाख एचडी फ़िल्म जितना डेटा रखा जा सकता है. लागत 5,000 करोड़ रुपये आई थी.
नोएडा में सिफ़ी टेक्नोलॉजीज़ का भी एक हाइपरस्केल डेटा सेंटर है. यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा सिफ़ी हाइपरस्केल डेटा सेंटर है.
ग्रेटर नोएडा में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय है. शिव नादर यूनिवर्सिटी, शारदा विश्वविद्यालय, गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, आईईसी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी समेत कई और भी हैं.