चैत्र का महीना शुरू होने जा रहा है. चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही हिन्दू नववर्ष की शुरुआत भी हो जाती है. नववर्ष को गुड़ी पड़वा के रूप में भी मनाया जाता है. गुड़ी पड़वा दो शब्दों से मिलकर बना है. गुड़ी शब्द का अर्थ होता है विजय पताका और पड़वा का अर्थ होता है प्रतिपदा तिथि से.
यही वजह है कि गुड़ी पड़वा के मौके पर लोग अपने घर में विजय पताका के रूप में गुड़ी सजाते हैं.
मान्यता है कि गुड़ी पड़वा पर्व को मनाने पर घर में सुख और समृद्धि आती है और शांति बनी रहती है.
इसके अलावा घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का खात्मा होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.
इस बार गुड़ी पड़वा का पर्व 9 अप्रैल 2024 को पड़ रहा है. इस दिन विशेष पूजा भी की जाती है.
इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करके विजय के प्रतीक के रूप में घर में सुंदर गुड़ी लगाकर और उसका पूजन किया जाता है.
गुड़ी पड़वा का दिन स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन घर पर खास व्यंजन बनाए जाते हैं.
साथ ही गुड़ी पड़वा पर लोग अपने घरों की सफाई करके मुख्य द्वार पर रंगोली भी बनाते हैं.
यूपी में प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आसपास के गांव में भी गुड़ी पड़वा धूमधाम से मनाया जाता है.
इस दिन एक तरफ देवी की पूजा होती है तो दूसरी तरफ खेतों में हल चलाकर देवी से अच्छी पैदावार की प्रार्थना करते हैं.