15 नवंबर को गुरु पर्व है. गुरु नानक देव का जन्म उत्सव कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है.
गुरु श्रीनानक देव जी के कदम तीर्थराज प्रयाग में भी पड़े थे.
गुरु नानक देव जी ने 1508 में संगम तट पर लगने वाले माघ मेले में हिस्सा लिया था.
गुरु नानकदेव अपनी तीसरी यात्रा के क्रम में पटना, काशी, अयोध्या होते हुए तीर्थराज प्रयाग पहुंचे थे.
गुरु नानक देव जी संत समागम में पहुंचा करते थे.
गुरु नानक ने अपने जीवन में कई यात्राएं की थीं.
गुरु नानकदेव जी ने श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में दो माह बिताए थे.
वहां से चलकर वे संगम तट पर लगने वाले माघ मेले में पहुंचे थे.
गुरु नानक अपने शिष्यों के साथ झूंसी क्षेत्र में उदासीन अखाड़े के शिविर में कई दिन रहे थे.