आज के समय में बढ़ते प्रदूषण के कारण हर किसी को गला भारी होना, सीने में दर्द की शिकायत रहती है, तो फिर केवल फूंक मारने से ही तमाम सांस से संबंधित परेशानिया कैसे खत्म हो सकती है.
मंदिरों में पूजा पाठ के दौरान हमेशा शंख बजाया जाता है. रोजाना शंख फूंकने से हमें सांस की कभी कोई बीमारी नही होती है.
शंख बजाने वाले व्यक्ति को जीवन भर कभी सांस की तकलीफ या अस्थमा जैसी बीमारी से नहीं जूझना पड़ता.
शंख बजाने से Mouth Cancer का खतरा भी काफी हद तक टल जाता है.
वैज्ञानिकों के अनुसार शंख में रखें पानी को पीने से हड्डिया और दांत मजबूत रहते हैं.
शंख से निकलती आवाज हमारे वातावरण में मौजूद कई कीटाणुओं का नाश करती है.
शंख बजाने से मन में नकारात्मक भाव नहीं बनते और मन शांत रहता है.
रोजाना शंख बजाने से शरीर में खून का संचार भी बढ़ता है जिससे स्ट्रेस लेवल भी कम होने में मदद मिलती है.