हिचकी डकार या उल्टी हो तो केले के गूदे में हींग रखकर खाने से लाभ होता है. मटर के दाने जितना हिंग लेना है.
स्मरण शक्ति मजबूत करने के लिए दस ग्राम हींग भूनी, बीस ग्राम काला नमक के साथ अस्सी ग्राम बाय-बडंग पीसकर थोड़ा-थोड़ा गर्म पानी के साथ फांकें.
रोज के खाने में अगर हींग का छौंक लगाएं तो पेट अच्छा रहेगा.
छाती में बलगम या फिर कफ जमने की परेशानी हो तो पानी में हींग डालकर लोशन बनाएं और छाती पर मलें, दो तीन दिन ऐसा करने से आराम मिलेगा.
हाजमा खराब होने पर हिंगाष्टक चूर्ण का सेवन करने से लाभ होता है.
दांत दर्द में अगर अफीम और हींग का फाहा रखें तो लाभ होगा.
दाद या चर्म रोग होने पर हींग को पानी में घोलें और इसका लेप लगाएं. आराम मिलेगा.
कम सुनाई देने की दिक्कत होने पर हींग को बकरी के दूध में घिसकर काम में दो बूंद डालें और रुई लगाकर सो जाएं. कान सुबह तक साफ हो जाएगा.
पैर फटने पर हींग को नीम के तेल में डालकर लगाएं, लाभ होगा.