हिंदू पंचांग के अनुसार, अश्विन माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है.
शरद पूर्णिमा को अलग अलग नामों जैसे कौमुदी, कोजागरी या रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.
शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा धरती के सबसे करीब होता है. और अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है.
इस बार शरद पूर्णिमा पर साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भी लग रहा है और 4 शुभ योग भी इसी दिन बन रहे हैं.
शरद पूर्णिमा पर बनने वाले योग- गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, शश योग सौभाग्य योग और सिद्धि योग का मिलाजुला संयोग है.
मिथुन राशि वालों के लिए शरद पूर्णिमा जीवन में खुशहाली लाएगी. सेहत से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी. करियर में सफलता मिलेगी. व्यापार के लिए यात्रा पर जा सकेंगे.
इस शरद पूर्णिमा पर कर्क राशि के जातकों के बिगड़े काम बनेंगे. करियर बेहतर होगा. परिवार संग समय बीतेगा. भाई बहनों के साथ अच्छे संबंध होंगे.
कन्या राशि के जातकों को सफलता, मान-सम्मान मिलेगा. परिवार के साथ संबंध बेहतर होंगे और धन लाभ होगा.