सांप काटने पर घर बैठे इलाज, बस डायल करें ये हेल्पलाइन नंबर, मुआवजा भी मिलेगा

Pooja Makkar
Mar 13, 2024

सबसे ज्यादा मामले

पूरी दुनिया में भारत में सबसे ज्यादा सांप के काटने के मामले पाए जाते हैं. भारत में आज भी सांप के काटने के बाद सही इलाज मिलना बड़ी चुनौती है. इसको लेकर सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. आगे जानें पूरी जानकारी.

Snake Bite Helpline Number

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सांप के काटने के प्रबंधन, रोकथाम और नियंत्रण के लिए हेल्पलाइन और बुकलेट जारी की है.

Do's and Dont's

सरकार का मकसद सांप के काटने के कारण होने वाली अपंगता एवं मौतें 2030 तक घटाकर आधी की जा सके.

इन राज्यों में योजना शुरू

राष्ट्रीय सर्पदंश जहर रोकथाम एवं नियंत्रण कार्ययोजना (एनएपीएसई) के तहत परीक्षण के आधार पर पांच राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों-पुडुचेरी, मध्यप्रदेश, असम, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया जाएगा.

मिलेगी तत्काल साहयता

हेल्पलाइन नंबर पर सर्पदंश से प्रभावित व्यक्ति या समुदाय को तत्काल सहायता, मार्गदर्शन एवं सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा. इस पहल का लक्ष्य चिकित्सा देखभाल शीघ्र मुहैया कराया तथा आम लोगों के बीच इस बारे में सूचनाओं का प्रसार करना है.

वजह

सर्पदंश से होने वाली अधिकतर मौतों एवं अन्य घातक प्रभावों को सुरक्षित एवं प्रभावी जहर विरोध दवा की शीघ्र उपलब्धता, समय से चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाने की सुविधा से रोका जा सकता है.

Snake Bite Booklet

सरकार ने सांप के काटने से बचने के लिए एक बुकलेट जारी की है. इसमें सांप काटने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं ये विस्तार से बताया है.

जानकारी विस्तार से

इसके अलावा नेशनल रेबीज कंट्रोल वेबसाइट भी लॉन्च की है. सरकार द्वारा जारी बुकलेट के मुताबिक सांप काटने के तुरंत बाद सर्पदंश होने पर व्यक्ति को आश्वस्त करें और शांत रहें. धीरे-धीरे सांप से दूर हो जाएं.

क्या करें- क्या नहीं

घाव वाले अंग को स्थिर रखें (न हिलाएं), यदि सर्पदंश वाली जगह पर किसी प्रकार का आभूषण, जूते, अंगूठी, घड़ी या तंग कपड़ा है तो निकाल दें. पीड़ित को स्ट्रेचर पर बाई करवट लिटाएं, दाहिना पैर मुड़ा हुआ हो और हाथ से चेहरे को सहारा दें. पीड़ित व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं.

सांप काटने पर क्या ना करें

पीड़ित को अत्यधिक दबाव या घबराहट न होने दें. सांप पर हमला करने या उसे मारने की कोशिश ना करें. यदि आप ऐसा करेंगे तो सांप अपनेबचाव में आपको काट सकता है.

सांप काटने पर क्या ना करें

सर्पदंश वाले घाव को न काटें और न ही घाव पर सर्प विषरोधी इंजेक्शन या दवाई लगाएं. घाव को बांध कर रक्त संचार रोकने का प्रयास न करें. रोगी को पीठ के बल न लिटाए इससे वायुमार्ग में रुकावट हो सकती हैं. पारंपरिक तरीको से उपचार करनें का प्रयास न करें.

एक रिपोर्ट के मुताबिक

एक स्टडी के मुताबिक भारत में हर वर्क करीब 30-40 लाख सर्पदंश के कारण करीब 50000 लोगों की मौत हो जाती है. बहुत कम लोग ही सर्पदंश की स्थिति में क्लीनिक या अस्पताल जाते हैं। सर्पदंश की बहुत घटनाओं की रिपोर्ट भी नहीं की जाती है.

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