प्रयाग से इलाहाबाद और फिर प्रयागराज बनने की कहानी

Subodh Anand Gargya
Nov 10, 2024

प्राचीन काल में प्रयाग

प्रयागराज को गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम होने के चलते प्राचीन काल में प्रयाग कहा जाता था.

ब्रह्मा ने किया यज्ञ

ऐसा माना जाता था कि भगवान ब्रह्मा ने इस स्थान पर सबसे पहला यज्ञ किया था.

त्रिवेणी या संगम भी है नाम

लोग इसे त्रिवेणी संगम या केवल संगम भी कहते हैं.

अकबर पहुंचे यहां

मुगल सम्राट अकबर ने 1575 में यहां का दौरा किया और किले का निर्माण किया.

इलाहाबास से इलाहाबाद

बाद में इसे इलाहाबास कहा गया. आगे चलकर शाहजहां के शासन में यह इलाहाबाद हो गया.

एक अन्य दावा

जेम्स फोर्ब्स के के मुताबिक जहांगीर द्वारा इलाहाबाद नाम किया गया.

नाम को लेकर दावे

यह भी माना जाता है कि यहां का नाम अल्लाह के नाम पर नहीं बल्कि इलाहा (देवताओं) के नाम पर है. एक दावा है कि यह इलाह और अल्लाह दोनों के रूप में माने जाने के लिए है.

नाम बदलने की कोशिशें

वर्षों से, उत्तर प्रदेश की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों द्वारा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने के कई प्रयास किए गए.

2018 में हुआ प्रयागराज

नाम बदलने में आखिरकार अक्टूबर 2018 में सफलता मिली जब योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने आधिकारिक तौर पर शहर का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया.

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