ठंड का मौसम शुरू हो गया. कुछ ही दिन में कोहरा भी दस्तक दे देगा. ऐसे में मौसम बदलते ही लोग सर्दी-जुकाम और बुखार की चपेट में आने लगेंगे. अगर आपने अजवाइन का सेवन करते हैं तो ये बीमारियां पास भी नहीं आएंगी. तो आइये जानते हैं अजवाइन खाने के फायदे.
जानकारों के मुताबिक, सुबह खाली पेट सप्ताह में एक बार एक चम्मच अजवाइन मुंह में रखें और पानी से निगल लें. इसे चबाए नहीं.
ऐसा करने से सर्दी, खांसी, जुकाम, बदन दर्द, कमर दर्द, पेट दर्द, कब्ज और घुटनों के दर्द से छुटकारा मिल जाएगा.
अगर किसी को मौसमी खांसी है तो उसे सेंधा नमक का सेवन करना चाहिए.
मुलेठी के चूर्ण को पान के पत्ते में रखकर खाने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाएगा.
भोजन के बाद दोनों समय आधा चम्मच सौंफ चबाने से मुख की कई बीमारियां और सूखी खांसी दूर होती है, बैठी हुई आवाज खुल जाती है.
गले में खराश या सूखी खांसी होने पर पिसी हुई अदरक में गुड़ और घी मिलाकर खाएं. गुड़ और घी के स्थान पर शहद का प्रयोग भी किया जा सकता है.
आधा ग्राम अजवाइन चूर्ण में स्वादानुसार काला नमक मिलाकर रात्रि के समय रोजाना गर्म जल से देने से बच्चों के पेट के कीडे नष्ट होते हैं. बड़ों के लिए चार भाग अजवाइन के चूर्ण में एक भाग काला नमक मिलाएं.
10 ग्राम कपूर, 200 ग्राम सरसों का तेल दोनों को शीशी में भरकर मजबूत ढक्कन लगा दें तथा शीशी धूप में रख दें, जब दोनों मिलकर एक रस होकर घुल जाए तब इस तेल की मालिश से नसों का दर्द, पीठ और कमर का दर्द दूर होगा.
बथुए के ताजे पत्तों का रस 15 ग्राम प्रतिदिन पीने से गठिया दूर होता है. इस रस में नमक-चीनी आदि कुछ न मिलाएं.
पेट में गैस बनने की अवस्था में भोजन के बाद 125 ग्राम दही के मट्ठे में दो ग्राम अजवाइन और आधा ग्राम काला नमक मिलाकर खाने से गैस मिटती है.
यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.