बेटा-बेटी बिगड़ैल नहीं बनाना तो ये 5 बातें अमल में लाएं, चाणक्य नीति ने बताया तरीका

Pooja Singh
Jul 31, 2024

सही परवरिश

आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ नीति शास्त्र में अपने बेटों की सही परवरिश कैसे करनी है, उसके बारे में भी अच्छे से समझाया है.

चाणक्य नीति

चाणक्य नीति में एक श्लोक है "लालयेत् पच्च वर्षाणि दश वर्षाणि ताडयेत्। प्राप्ते तु षोडशे वर्षे पुत्रं मित्रवदाचरेत्।।"

कब करें प्यार?

इस श्लोक के मुताबिक, आपको अपने बेटे को 5 साल की उम्र तक तो प्यार करना है और उसकी हर गलती को माफ करना है.

गलती करें माफ

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, 5 साल तक आपका बेटा किसी भी चीज को समझ रहा है, इसलिए उसकी गलती को माफ करें.

कब दें सजा?

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, 10 साल तक की उम्र में बेटों को उसकी गलती के लिए दंड दिया जा सकता है.

डराया या धमकाया

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, ज्यादा लाड़-दुलार से वो बिगड़ न जाए, इसीलिए उसे डराया या धमकाया जा सकता है.

कब बनें दोस्त?

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, 16 साल की उम्र का जब आपका बेटा होगा तो दंड नहीं बल्कि आपको उसका दोस्त बनना है.

'अहं या ईगो'

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, दोस्त बनना इसीलिए जरूरी है, क्योंकि 16 साल की उम्र में 'अहं या ईगो' का विकास हो जाता है.

खुलकर करें बात

चाणक्य के मुताबिक, इस उम्र में बेटा आपकी बातें दोस्त की तरह ही समझेगा. इसीलिए उससे खुलकर बात करें और उसकी सभी बातें भी सुनें.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं/ चाणक्य नीति पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.

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