नई संसद की तरह ही अब उत्तर प्रदेश में भी नए विधानभवन का निर्माण कराने की तैयारी है.
बताया जा रहा है कि योगी सरकार इसको लेकर योजना बना रही है. इसके लिए जमीन तलाशन की कवायद चल रही है.
मुख्यमंत्री ने भव्य विधानभवन के निर्माण के लिए करीब 200 एकड़ जमीन तलाशने के निर्देश दिए हैं.
लखनऊ विकास प्राधिकरण को जमीन तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी गई है और जल्द इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है.
सरकार ऐसी जमीन तलाश रही है जो शहर से सटा और खुला हो. यहां पार्किंग, ट्रैफिक जैसी सुविधाओं में किसी परेशाना का सामना न करना पड़े.
पहले दारुलशफा और उसके आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर नया विधानभवन बनाने का प्रस्ताव बनाया गया था लेकिन इसे खारिज कर दिया गया.
बताया जा रहा हैकि यूपी में नए विधानभवन को बनाने के लिए करीब 3 हजार करोड़ रुपये अनुमानित लागत है.
कई जगहों के नाम विधानभवन को लेकर सुझाए गए हैं, जिनमें चिड़ियाघर की जमीन, वृंदावन योजना सुल्तानपुर रोड, रायबरेली रोड पर भारतीय गन्ना अनुसंधान परिसर की भूमि शामिल है.
मौजूदा विधानसभा करीब 100 साल पुरानी है. जो लखनऊ के हजरतगंज में स्थित है. इसका उद्घाटन 1928 में हुआ था.
विधानसभा की कार्रवाई के दौरान यहां ट्रैकिक जाम जैसी दिक्कतों से जूझना पड़ता है.
विधानसभा की ये फोटो एआई द्वारा निर्मित काल्पनिक फोटो हैं. चित्रण का जी यूपीयूके वास्तविक होने का दावा नहीं करता.