विश्व धरोहर ताजमहल को देखने की इच्छा सबकी होती है. आपसे कई लोगों ने इसे देखा भी होगा.
पर क्या कभी सोचा है कि ताजमहल शाहजहां के समय कैसा दिखता था, और अगर इसको आज के समय में बनवा जाए तो इसकी लागात कितनी होगी.
जानकारी के अनुसार ताजमहल को बनाने में 22 साल का समय लगा था, और ये एक हिंदू राजा की जमीन पर बनवाया गया था.
पुरात्व विभाग के अनुसार ताजमहल की जमीन राजस्थान में आमेर के कछवाहों की जायदाद थी. शाहजहां ने उनसे ये जमीन करीदकर ताजमहल बनवाया था.
बता दें कि ताजमहल करीब 60 बीघा क्षेत्र में फैला हुआ है, और ये 1648 में पूरा बनकर तैयार हुआ था.
शाहजहां ने जब मुमताज को कब्र में दफनाया था, तो बादशाह शाहजहां ने सफेद संगमरमर से बनी इस खूबसूरत इमारत का नाम ‘रऊजा-ए-मुनव्वरा’ रखा था. फिर बाद में इसका नाम ताज महल किया गया.
बताया जाता है कि उस समय ताजमहल को बनाने में 3.2 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो अगर ताजमहल का निर्माण अब कराया जाता तो लगभग 70 अरब रूपए का खर्च आता.