यूपी के मेरठ शहर जल्दी ही मेट्रो रफ्तार भरने वाली है. बताया जा रहा है कि अगले साल जून तक शहर में मेट्रो ट्रेन शुरू हो जाएगी.
रिपोर्ट्स की मानें तो मेरठ मेट्रो, दिल्ली की मेट्रो से काफी बेहतर है. ये कई हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं आइए जानते हैं दोनों में अंतर क्या है?
मेरठ मेट्रो की स्पीड दिल्ली मेट्रो से अधिक है. इसकी अधिकतम स्पीड 135Km प्रति घंटा है, लेकिन इसकी अधिकतम पारिचालन स्पीड 120Km प्रति घंटा तय हुई है.
मेरठ मेट्रो का डिजाइन बेहद आकर्षक और आधुनिक है. ये ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है. इसकी सीटें भी दिल्ली मेट्रो से ज्यादा आरामदायक हैं.
दिल्ली मेट्रो की सीट बिना कुशन वाली होती हैं, जबकि मेरठ मेट्रो की सीट पर कुशन लगा है. इस ट्रेन के कोच में दोनों तरफ लंबी सीटें और दो-दो की पंक्ति में भी सीटें लगी है.
दिल्ली मेट्रो में कोच के सभी दरवाजे एक साथ खुलते-बंद होते हैं. वही मेरठ मेट्रो में दरवाजे बटन दबाने पर खुलेंगे और बंद होंगे. ये पुश बटन ट्रेन के दरवाजों में लगा रहेगा.
मेरठ मेट्रो में समान रखने के लिए रैक भी बना है, जोकि दिल्ली मेट्रो में नहीं है. दिल्ली मेट्रो की तुलना में मेरठ मेट्रो में चार्जिंग प्वाइंट ज्यादा बने हैं.
दिल्ली मेट्रो में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए जगह नहीं दी है, जबकि मेरठ मेट्रो में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर ले जाने की सुविधा दी गई है.
मेरठ मेट्रो के कोच में यात्रियों के लिए जगह दिल्ली मेट्रो से ज्यादा है. मेरठ मेट्रो में भी दिल्ली मेट्रो की तरह ही महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित रहेंगी.
मेरठ मेट्रो में सीसीटीवी कैमरे, डायनमिक रूट मैप, ऑटोमैटिक लाइट्स और इमरजेंसी कम्यूनिकेशन सिस्टम की भी सुविधा है.
मेरठ मेट्रो 13 स्टेशनों के बीच चलेगी. इसे मेरठ साउथ स्टेशन से मोदीपुरम तक चलाया जाएगा. इसके 9 स्टेशन एलिवेटेड और तीन अंडरग्राउंड होंगे.
13 स्टेशन मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन हैं.
मेरठ में कुल 12 मेट्रो ट्रेनें चलेंगी. जिसमें हर ट्रेन में तीन कोच लगे होंगे. एक ट्रेन में 700 से अधिक लोग सफर कर सकेंगे.