ट्रेन में एसी कोच में यात्रा करने वालों की संख्या काफी है. जिसमें ओढ़ने के लिए सफेद बेड सीट और कंबल मिलता है.
लेकिन क्या आपको पता है कि ये ऊनी कंबल एक बार धुलने के बाद कितने दिनों तक इस्तेमाल किए जाते हैं.
सफर के दौरान कंबल ओढ़ने से पहले आपके मन में भी इसको लेकर सवाल आते होंगे.
अगर नहीं तो चलिए आइए जानते हैं. दरअसल बेड सीट को रेलवे यात्रा के बाद धुलवाता है.
इसके बाद यात्री इसका इस्तेमाल करते हैं लेकिन ऊनी कंबल को लेकर ऐसा नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऊनी कंबलों की धुलाई महीने में कम से कम एक बार होती है. कोशिश की जाती है कि इसे 15 दिन में धुला जाए.
ये जानकारी आरटीआई के जरिए पता चली है. जिसके मुताबिक रेलवे के पास देश में 46 विभागीय लॉन्ड्री और 25 बूट लॉन्ड्री हैं.
यानी एसी में सफर करने वाले यात्रियों को हर बार बेड सीट तो धुली मिलती है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि हर बार कंबल धुला मिले.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके इसकी पुष्टि नहीं करता है.