1916: कुमाऊँ परिषद की स्थापना. उद्देश्य था पहाड़ी क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं को हल करना.
1938: श्रीनगर, गढ़वाल में कांग्रेस का राष्ट्रीय आम अधिवेशन. पंडित नेहरू ने आंदोलन का समर्थन किया.
1955: न्यायमूर्ति फजल अली आयोग ने पर्वतीय क्षेत्र को पृथक राज्य बनाने की सिफारिश की.
1970: तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पर्वतीय क्षेत्र के मुद्दों को संबोधित किया.
1987: नवंबर में उत्तराखंड क्रांतिदल ने ज्ञापन में नए राज्य के गठन के लिए पार्टी का प्रस्ताव पारित किया.
1994: मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा क्रॉसिंग पर उत्तराखंड कार्यकर्ताओं पर गोली चली. जिसने आंदोलन को तेज किया.
1996: प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने दिल्ली के लाल किले से एक नए राज्य उत्तरांचल के गठन की घोषणा की.
1998: केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार को 'उत्तरांचल विधेयक' भेजा. 26 संशोधनों के साथ उत्तरांचल विधेयक को पारित कर दिया गया.
2000: केंद्र सरकार ने संसद से उत्तर प्रदेश पुनर्गठन विधेयक पारित करवाया. 9 नवंबर को उत्तराखंड की स्थापना हुई.