भारतीय रेलवे ने पहली बार 232 डिब्बों वाली मालगाड़ी 'ब्रह्मास्त्र' चलाई
इस ट्रेन के इंजन से लेकर आखिरी बोगी तक जाने के लिए आपको पौने तीन किलोमीटर चलना पडेगा.
232 डिब्बों वाली ये ट्रेन पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गंजख्वाजा स्टेशन से धनबाद के टोरी स्टेशन तक चली.
इससे पहले भारतीय रेलवे ने तीन मालगाड़ियों को जोड़कर 'त्रिशूल' नामक ट्रेन चलाई थी
हाजीपुर रेलवे जोन के एक अधिकारी ने बताया कि 58 डिब्बों की एक मालगाड़ी 690 मीटर लंबी होती है.
ब्रह्मास्त्र ट्रेन लगभग 37.5 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से गंजख्वाजा स्टेशन से धनबाद के टोरी स्टेशन के बीच चली.
'ब्रह्मास्त्र' की यह यात्रा 335 किलोमीटर लंबी थी और गढ़वा रोड के रास्ते से धनबाद मंडल के टोरी स्टेशन पर पहुंची.
डीडीयू मंडल भारतीय रेल के व्यस्ततम रेल मंडलों में से एक है. यह मंडल धनबाद मंडल से कोयला आदि के त्वरित परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ट्रेन के मार्ग पर रेल कर्मियों और आम लोगों के लिए यह एक कौतुहल का विषय बनी रही.
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