काम का दबाव और तनाव के कारण नींद की कमी होना आम बात है. इस स्थिति में लोग नींद की दवा का सेवन करते हैं और उन्हें खुद भी पता नहीं चलता कि कब वो इसके आदी हो गए हैं.
इसके इथेनॉल अर्क में टेट्रा हाइड्रो फ्यूरेंस, लिग्नान, सैपोनिन, टैनिन, फ्लेवोनोइड और पॉलीफेनोल जैसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं. यह मोटापा कम करता है.
जावित्री में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह सूजन की वजह से जोड़ों में होने वाली समस्या रुमेटाइड अर्थराइटिस से राहत देता है.
इससे प्राप्त मैक्लिग्नन में हेपटोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो लिवर को स्वस्थ रखने का काम कर सकते हैं.
इसके एंटी-एलर्जी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सर्दी-जुकाम जैसी एलर्जिक समस्याओं से बचाव कर सकते हैं.
जावित्री में मौजूद मैक्लिग्नन नामक यौगिक किडनी के ऊतकों को क्षति से बचा सकता है.
इसमें मौजूद मैक्लिग्नन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटंस नामक बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ सकते हैं.
जावित्री में एंटी-डायबिटिक हैं. यह अल्फा-एमिलेस नामक एंजाइम को नियंत्रित करके ब्लड शुगर में कमी ला सकता है.
पाचन में जैसे जायफल मदद करता है, वैसे ही जावित्री भी पेट और पाचन के लिए लाभकारी हो सकती है.