जया किशोरी ने बच्चों के संस्कारों पर क्या कहा?

Padma Shree Shubham
Mar 26, 2024

मोटिवेशनल बातें

जया किशोरी कथाओं में कई मोटिवेशनल बातें भी साथ साथ बोलती हैं जो बहुत लाभकारी भी साबित होते हैं.

परवरिश

जया किशोरी ने कहा है कि बच्‍चे की परवरिश व उनको संस्‍कार देने में 50 पर्सेंट का योगदान माता-पिता का व उनके घर के माहौल का है.

योगदान

वो कहती है कि 50 पर्सेंट योगदान होता है बच्‍चे के दोस्‍तों, संगत और बाहर के माहौल का

प्रयास

जया किशोरी ने कहा कि आप अपना 50 पर्सेंट देने का पूरा पूरा प्रयास करिए और बच्‍चे के सामने किसी तरह का गलत काम मत करिए.

आधुनिकता

जया किशोरी ने अपनी संस्कृति को आधुनिकता के नाम पर भूलने व अपने संस्कारों को खोने वालों के लिए बहुत कुछ कहा हैं.

पीढ़ियां

उन्होंने एक बार ये भी कहा था कि आधुनिकता के नाम पर इतना भी आप आगे न बढ़ें की आगे की पीढ़ियां पूछने लग जाएं कि राधा-कृष्ण कौन हैं?

पंरपराएं

जया किशोरी कहती हैं कि नई बातें सीखना या अनुशरण करना बुरी बात नहीं है पर पुरातन पंरपराएं भी हमें भूलना नहीं है.

कथा का लाभ

जब आप कथा, भागवत व सत्संग में जाते हैं तो अपने घर कुछ अच्छी बातें लेकर आए. अन्यथा कथा का लाभ नहीं.

संस्कार

कथावाचिका जया किशोरी ने कहा कि बच्चों को संस्कार बचपन से ही देना शुरू कर देना चाहिए.

डिस्क्लेमर

यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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