एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहा है. पहले चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है. विमान का ट्रायल 30 नवंबर को होना था, हालांकि, अब टल गया है.
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का काम 85 फीसदी तक पूरा हो चुका है. पहले 30 नवंबर को विमान का ट्रायल होना था, हालांकि अब दिसंबर में होगा.
माना जा रहा है कि 17 अप्रैल से यहां से कॉमर्शियल उड़ानें शुरू हो जाएंगी. इसी दिन नोएडा शहर का स्थापना दिवस मनाया जाता है.
जेवर एयरपोर्ट का एंट्री वाले एरिया की झलक काशी और हरिद्वार के घाट की तरह दिखाई देगा. इतना ही नहीं एंट्री प्वॉइंट पर सीढ़ियों का डिजाइन गंगा घाटों की तरह तैयार किया गया है.
टर्मिनल में फिनिशिंग का काम दो से तीन महीने में पूरा कर लिया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि रनवे फ्लाइट ट्रायल के लिए तैयार है.
ट्रायल के लिए अच्छे मौसम का इंतजार किया जा रहा है. बता दें कि जेवर एयरपोर्ट 5,000 हेक्टेयर में बन रहा है. यहां तीन रनवे होंगे.
जेवर एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 4 हजार मीटर और चौड़ाई 45 मीटर होगी. जेवर एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग का आकार 1 लाख स्क्वायर मीटर तक होगा.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पैसेंजर क्षमता 1 करोड़ 20 लाख प्रति वर्ष होगी. जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद यूपी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी. यह दुनिया का चौथा हवाई अड्डा होगा.
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