हमारे भारत में तमाम ऐसी जगहें हैं जो सालों से अपने इतिहास के लिए मशहूर. इन मशहूर जगहों में झांसी का नाम सबसे पहले आता है.
बगीरा की चोटी पर स्थित ये किला राजा बीर सिंह देव ने बनवाया था. ये सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है. किले के निचले हिस्से को शंकरगढ़ कहते हैं.
किले के अंदर बने अमोद गार्डन को देखने के लिए भी लोग आते हैं. यहां बने फांसी घर को देखना चाहिए.
ये रानी लक्ष्मी बाई का पूर्व निवास और शाही महल है जिसका एक हिस्सा भारतीय विद्रोह के दौरान नष्ट हो गया था. यहां देखने के लिए एक म्यूजियम है.
ये झांसी से लगभग 25 किमी दूर पारीछा कस्बे के पास बेतवा नदी पर बनाया है. पानी का एक शांत विस्तार झांसी से 34 किमी दूर नॉटघाट पुल कर जाता है.
यह देवी महालक्ष्मी को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है. यहां मुरली मनोहर मंदिर भी है यह भव्य महलनुमा इमारत है, जहां भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है.
ये एक ऐतिहासिक शहर है जो कई लड़ाइयों का गवाह रहा है. यहां पेशवा और बुंदेलों ने लड़ाई लड़ी थी. ये पूरे क्षेत्र में सबसे ज्यादा लोकप्रिय जगह है.
इसका मतलब छिपी हुई जगह है. ओरछा का मुख्य आकर्षण ओरछा किला है. किले के परिसर में जहांगीर महल, राज महल और राय परवीन महल शामिल हैं.
ओरछा किले के अलावा, चतुर्भुज मंदिर, छत्रियां, लक्ष्मी नारायण मंदिर और ओरछा वन्यजीव अभयारण्य ओरछा में घूमने के लिए मशहूर है.
गंगाधर राव की छतरी लक्ष्मी झील के बगल में है. ऐसा कहा जाता है रानी अपने पति की मृत्यु के बाद हर दिन कब्रगाह जाती थी. जिसके बाद उन्होंने ये छतरी बनवाई
झांसी में स्थित सेंट जूड्स श्राइन एक रोमन कैथोलिक लैटिन चर्च है जो सेंट जूड थडियस को समर्पित है.
हर साल 28 अक्टूबर के दौरान, देश भर से ईसाई यहां सेंट जूड का पर्व मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं