सिंघाड़ा बहुत से लोग उबालकर खाते हैं. कुछ लोग सिंघाड़े के आटे से बनी मिठाई और हलवा खाते हैं लेकिन कच्चा सिंघाड़ा और भी अधिक फायदेमंद है.
आजकल बहुत से फल जहां कार्बाइड से पकाए जाते हैं. वहीं सिंघाड़ा एक ऐसा फल है जिसमें कोई मिलावट नहीं की जाती है. यह पोषक तत्वों का खजाना है.
सिंघाड़ा बवासीर जैसी मुश्किल समस्याओं से भी निजात दिलाने में कारगर साबित होता है.
अस्थमा के मरीजों के लिए सिंघाड़ा बहुत फायदेमंद होता है. सिंघाड़े को नियमित रूप से खाने से सांस संबधी समस्याओं से भी आराम मिलता है.
सिंघाड़ा खाने से फटी एड़ियां भी ठीक हो जाती हैं. इसके अलावा शरीर में किसी भी स्थान पर दर्द या सूजन होने पर इसका लेप बनाकर लगाने से बहुत फायदा होता है.
इसमें कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसे खाने से हड्डियां और दांत दोनों ही मजबूत रहते हैं. साथ ही यह आंखों के लिए भी फायदेमंद है
प्रेग्नेंसी में सिंघाड़ा खाने से मां और बच्चा दोनों सेहतमंद रखता है. इससे गर्भपात का खतरा भी कम होता है.