आपको टूरिस्ट प्लेस पर जाना चाहिए और कम देखी हुई जगहों पर भी जाना चाहिए. अगर आप ऐसी ही किसी जगह पर जाना चाहते हैं तो आपको उत्तराखंड के कौसानी जाना चाहिए.
बागेश्वर जिले का कौसानी उत्तराखंड का एक छोटा-सा गांव है. यहां के नजारे देख आपका मन खुश हो जाएगा. शहरों की भागदौड़ से दूर कौसानी सुकून देता है.
इस छोटे-से हिल स्टेशन से आपको नंदा देवी, नंदाकोट, त्रिशूल और पंच्चलू की खूबसूरत चोटी दिखाई देती है. यहीं से पिंडारी ग्लेशियर, सुगंधा जैसे ट्रेक की शुरूआत होती है.
ये घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में है. समुद्र तल से लगभग 1500 मीटर की ऊंचाई तक फैले इस झरने तक पैदल यात्रा करना आसान है. यहां शिव और विष्णु मंदिर भी है.
बैजनाथ मंदिर प्राचीन कला और वास्तुकला की बेहतरीन प्रदर्शनी है. मंदिर का मुख्य आकर्षण उत्तरायणी मेला है, जो हर साल जनवरी महीने में आयोजित होता है.
शहर के केंद्र से लगभग 300 मीटर की दूरी पर स्थित अनासक्ति आश्रम वो स्थान है, जहां महात्मा गांधी रूके थे. इस आश्रम में एक संग्रहालय भी है.
सोमेश्वर की घाटी उत्तराखंड की सबसे प्रसिद्ध घाटियों में से एक है. ये भगवान शिव को समर्पित अपने मंदिर के लिए भी जानी जाती है.
पिन्नाथ एडवेंचर चाहने वालों के लिए स्वर्ग है. शीर्ष पर पहुंचने के बाद यहां भगवान भैरो को समर्पित पिन्नाथ मंदिर भी मिलेगा, जो अपने आकर्षक संरचना के लिए मशहूर है.
कौसानी काठगोदाम और अल्मोड़ा के बीच में एक छोटा लेकिन खूबसूरत नजारों वाली जगह है. यहां तक आप फ्लाइट, रेलवे और वाया रोड आराम से पहुंच सकते हैं.
कौसानी की हरी-भरी खूबसूरती देखनी हैं तो अप्रैल से जून और सितंबर में आएं. बर्फ से ढंके कौसानी को देखने का मन हो तो दिसंबर से फरवरी के बीच में आ सकते हैं.
कौसानी में ठहरने में भी आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी. कौसानी में छोटे-बड़े सभी प्रकार के होटल हैं. आप अपने बजट में होटल ले सकते हैं.